दिल्ली चुनाव: वोट डालो और खरीदारी पर पाओ खास छूट!
- By Arun --
- Friday, 17 Jan, 2025
CTI Announces Special Discounts for Voters in Delhi Markets to Boost Turnout
नई दिल्ली, 17 जनवरी: CTI Offers Discounts to Boost Voting in Delhi: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने और वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने नई पहल की है। सीटीआई ने फैसला किया है कि जो लोग 5 फरवरी को वोट डालेंगे, उन्हें 6 फरवरी को दिल्ली के विभिन्न बाजारों में खरीदारी पर विशेष छूट और ऑफर दिए जाएंगे।
वोटर्स को मिलेगा विशेष डिस्काउंट
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि फरवरी के पहले हफ्ते में दिल्ली-एनसीआर में शादियों का सीजन है, जिससे वोटिंग प्रतिशत प्रभावित हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए 100 से अधिक बाजार संगठनों के साथ बैठक की गई। बैठक में यह तय हुआ कि वोटिंग के प्रमाण के तौर पर स्याही लगी उंगली दिखाने वाले ग्राहकों को विभिन्न बाजारों में छूट दी जाएगी।
अलग-अलग बाजारों में छूट की घोषणा
- नेहरू प्लेस मार्केट: कंप्यूटर और लैपटॉप जैसे उत्पादों पर 10 प्रतिशत तक की छूट।
- कमला नगर मार्केट: सभी प्रकार की खरीदारी पर 15 प्रतिशत तक की छूट।
- खारी बावली मार्केट: मसालों और अन्य वस्तुओं पर 5 प्रतिशत तक छूट।
- चांदनी चौक जूलर्स असोसिएशन: सोने-चांदी की खरीद पर 1 प्रतिशत की छूट।
- लाजपत नगर मार्केट: 5-10 प्रतिशत की छूट विभिन्न उत्पादों पर।
- आजादपुर मंडी: सब्जियों और फलों पर 5 प्रतिशत तक छूट।
- कश्मीरी गेट मार्केट: उत्पादों पर 5 प्रतिशत की छूट।
होटलों और गेस्ट हाउस में भी ऑफर
दिल्ली होटल महासंघ के महासचिव पवन मित्तल ने कहा कि पहाड़गंज और करोलबाग के होटलों में कमरे बुकिंग पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त छूट दी जाएगी। पुरानी दिल्ली होटल असोसिएशन के अध्यक्ष दीपक मेहता ने बताया कि जामा मस्जिद, चांदनी चौक और दिल्ली गेट क्षेत्र के होटलों में 25 प्रतिशत तक की छूट उपलब्ध होगी।
सीटीआई के 5000 से अधिक व्यापारी भी देंगे छूट
सीटीआई का दावा है कि 5000 से अधिक व्यापारी अपनी दुकानों पर भी डिस्काउंट देंगे। इस पहल का उद्देश्य दिल्ली में मतदाताओं को मतदान के प्रति प्रोत्साहित करना है और लोकतंत्र को मजबूत बनाना है।
मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
सीटीआई के इस फैसले का उद्देश्य न केवल व्यापार को बढ़ावा देना है, बल्कि लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार के प्रति जागरूक करना भी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पहल से मतदान प्रतिशत पर कितना प्रभाव पड़ता है।